हमारा उद्देश्‍य

जीवन स्‍वास्‍थ्‍य समूह का ध्येय राष्ट्रीय स्वास्थ्य समस्याओं को परिलक्षित कर उनका प्राकृतिक पद्धतियों द्वारा निराकरण करना और जन-मानस में प्राकृतिक जीवन की मानसिक सिद्धता को बनाए रखना है। अत: तद अनुरूप हमारे उद्देश्य एवं कार्यक्रमों का स्वरुप निम्न अनुसार है।

  • योगआयुर्वेद एवं प्राकृतिक चिकित्सा का अंगीकार करते हुए जन सामान्यों को आरोग्य विषयक मार्गदर्शन एवं सहजसुलभ और कम से कम लागत पर उन्नत उपचारात्मक सेवाएँ प्रदान करना हैं।
  • योगआयुर्वेद एवं प्राकृतिक उपचारों की बहुविविधता में औषधियों के मानकीकरणसुरक्षा और प्रभावशीलता को सुनिश्चित करते हुए प्राकृतिक रूप से निर्दोषसिद्ध-फलदायी एवं स्वस्थ औषधियों का निर्माण करजन सामान्यों के लिए उपलब्ध करवाना है। 
  • योगआयुर्वेद एवं  प्राकृतिक चिकित्सा के वैज्ञानिक सिद्धांतों के परिपेक्ष्य में सुयोग्य अभ्यासक एवं चिकित्सक निर्माण हो सके तथा वे पंरपरागत चिकित्सा पद्धतियों की ज्ञान शाखा के विकास में सहायक बने इस उद्देश्य से विविध पाठयक्रमों का निर्धारण कर शिक्षण-प्रशिक्षण के उपक्रम चलाना हैं।
  • ग्रामीण-आदिवासी क्षेत्रों में स्थानिय स्तर पर स्वीकृति प्राप्त परंपरागत चिकित्सा के संवाहकों को प्राकृतिक आयुर्विज्ञान के समग्र निकाय में संरक्षण देना तथा उने प्रशिक्षित करने हेतु शैक्षिक नवाचार के तरीके तलाशना है। ताकि उनके द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा की जरूत का भराव हो सके।  
  • वैज्ञानिक सिद्धांतों के परिपेक्ष्य में अनुसंधान कार्यक्रमों का संचालन कर नये शोध-समिकरणों को जन-जन सन्मुख प्रस्तृत करना है। जिससे जन सामान्यों का आरोग्य विषयक ज्ञान अधिक समृद्ध हो सके।
  • स्वास्थ्य के सामान्य एवं विशेष पहलुओं से जन समुदाय परिचित हो इस उद्देश्य से साहित्य प्रकाशन सेवा, आरोग्य मार्गदर्शन शिविरप्रशिक्षण शिविरचर्चासत्रपरिसंवादकार्यशालाएँसंगोष्ठीयाँ (सेमिनार), सम्मेलनों का समय-समय पर आयोजन करना तथा लोक शिक्षण के उपक्रमों को विस्तार देना हैं।
  • औद्योगिक संस्कृती के जहरीले प्रभावों ने स्वास्थ विघातक उत्पादों का अंबार खड़ा कर प्रकृति-पर्यावरण को प्रदूषित किया और मानवीय स्वास्थ्य के लिए संकट उत्पन्न कर दिया है। वहा प्राकृतिक एवं स्वास्थ्य संवर्धक उत्पादन के प्रचार की आवश्यकता अनुभव करते हुए जन स्वास्थ्य की हिमायत करना हैं। 
  • औद्योगिक संस्कृति के विषाक्त प्रभावों तथा सामाजिक स्वार्थीतत्त्वों द्वारा हो रहे पर्यावरण क्षरण एवंं जन स्वास्थ्य नियमों के उल्लंघन पर प्रतिबन्ध लगाने का प्रयास करना हैं। तद् हेतु शोध अध्‍ययनों को प्रोत्‍साहित कर उसके आधार पर नीति बनाने के लिए सरकार एवं एंजेसियों पर दबाब बनाना है। 
  • जीवन का जैविक आधार जलजमीनजंगल,  जीव-जंतु, जानवरवनस्पति आदि के संरक्षण-संवर्धन हेतु प्रयास करना तथा तद् हेतु संबंधित अभियानों में सहभागी होकर सामाजिक सरोकार के माध्‍यम से इन अभियानों को सहयोग करना है। यह हमारा परम कर्तव्य है।

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